Saturday, October 25, 2014

आसान नहीं है यह जद्दोजह


मोनिटरिंग कमिटी के हॉस्पिटल पहुचने का असर हुआ
गरीब और मजबूर लड़की को हॉस्पिटल में दाखिला मिला


स्नेहा जिसकी उम्र सिर्फ 20 साल है l जिसकी शादी हुए अभी ज्यादा समय नहीं हुए, स्नेहा का एक 7 महीने का छोटा बच्चा है l स्नेह Orbital tumor की वजह से अपनी दोनों आंखे गवा चुकी है l और वो बहुत तकलीफ मे है l स्नेहा के पति मनोज कुमार ने स्नेह को लेकर कभी इस अस्पताल कभी उस अस्पताल भागदोड करते रहे पर कुछ परिणाम नहीं मिल रहा था l स्नेहा की तकलीफ दिन पे दिन बढती जा रही थी l उसकी आँख रोज़ धीरे धीरे बाहर आती जा रही थी l पर पैसे ना होने कारण मनोज कुमार बहुत मजबूर था और बहुत परेशान भी l धर्मशिला अस्पताल स्नेहा का EWS केटेगरी में इलाज़ करने से इनकार कर रहा था l आज अधिवक्ता अशोक अग्रवाल और डॉ. आर एन दास ख़ास उसके लिए धर्मशिला अस्पताल गए और स्नेहा को भर्ती कराया, आशा है की इलाज़ से वो ठीक हो पायेगी l


No comments: